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                            How to work 5G


5G कैसे काम करता है (How 5G Network Work) 5G Network cellular network है, जिसमें सेवा क्षेत्र छोटे-छोटे भौगोलिक क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है। 5G छोटे क्षेत्र में कई गुणा अच्छा काम करता है क्योंकि इनकी रेंज काफी कम होती है इसके लिए कई छोटे-छोटे Tower को दूसरे के पास-पास लगाया जाएगा। और साथ ही इसमें 4G के features भी होगे ताकि दूर रेंज में भी 5G सेवाओं का लाभ उठाया जा सके।

1.      5G मुख्य चार तकनीकों पर काम करता है।


·         Non-Standalone 5G (NSA-5G) 

·         Standalone 5G (5A-5G)

·         Sub-6 GHz

·         Millimeter Wave (Mm wave या MMW)

         i.            Non-Standalone 5G (NSA-5G)यह Technology Radio Access (RAT) और New Radio (NR) Interface पर मौजूद LTE, VOLTE और EPC Infrastructure core Network के जोड पर काम करता है। इस Configuration में केवल 4G सेवाओं का समर्थन है लेकिन New Radio के 5G की तरह ही सभी सेवाओं व क्षमताओं को आसानी से इस्तेमाल में लाया जाता है। NSA 5G सक्षम उपकरणों के साथ उपभोक्ताओं (Consumers) को High-Speed Connectivity प्रदान करता है।

       ii.            Standalone 5G (SA-5G) Technology इस Technology में 5G network, Cloud-Native Network, Core network पर काम करता है। यह 5G को रेडियो द्वारा सीधे (direct) 5G core में भेजता है, इसमें control signal 4G पर निर्भर नहीं रहता है।

इस Technology से Smart home, और Smart city के साथ-साथ Smart Factory का भी निमाण हो सकता है।

2.       Sub-6 GHz इसे Mid-band Spectrum Frequency भी कहा जाता है। जो 2.5- 3.7 GHz के Microwaves का उपयोग करती है। इसकी Speed 100-900 Megabit per second (MBIT/S) तक हो सकता है। यह हर Cell tower के Radius में कई किलोमीटर तक Service दे सकता है। Sub-6GHz का इस्तेमाल (low-band) कैश Telecommunication के लिए भी किया जाता है।

3.       Millie meter Wave (MMWAVE या MMW)यह एक वास्तविक (Real) 5g माना जाता है। इसे high-band 5G  network frequency भी कहा जाता है, यह 25-39 GHz की Frequency का प्रयोग करती है तथा इसकी Speed internet की तुलना में Giga per second (Gbit/s) होती है। लेकिन इनके Millimetre waves की सीमा सीमित होती है। इसके रेंज कम होने के कारण इसके लिए कई छोटे-छोटे Cell tower की आवश्यकता पडती है। ये Cell एक के बिलकुल पास-पास होता है MM की range इतनी कम होती है कि यह दीवारों, पेड़ व खिडकियो द्वारा भी इनके Waves रुक जाते है। इनके Cells tower  की कीमत बहुत high होती है। इसलिए इन Cells को घने शहरी वातावरण और स्थानों पर लगाए जाने की योजना है। जहाँ लोगों की भीड अधिक होती है। जैसे Stadium, Railway station, Airports, Bus stand जैसी स्थानों पर लगाया जाएगा।

इस Technology के अलावा कई अनय Technology के आधार पर भी 5G काम करता है जैसे

·         Massive Mimo (Multiple Input and output)

·         Beamforming

         i.            Massive Mimo यह System बहुत से Antennas के Transmeter और Receive पर काम करता है, Massive Mimo के Antenna बडी सखया में Antenna और Multi-users (MU-MIMO) का उपयोग करके Sector के प्रवाह क्षमता को बढाता है। प्रत्येक Antenna विशेष रुप से नियंत्रण होता है और Radio Transceivers component के द्वारा लगाया जा सकता है।

       ii.            Beamforming इसका इस्तेमाल Radio waves को एक उदेशय तक निदेशित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस Technology से Antenna द्वारा भेजे Signal के रुकावट को अनुभव किया जा सकता है, ताकि Signal के रुकावट की समस्या को दूर किया जा सके। यह विभिन्न दिशा के Signals के साथ- साथ Data Transfer की Speed में सुधार करता है।

4.       5G के लाभ व उपयोग(5G Network benefits) 5G को ऐसे आकर्षक रुप मे प्रयोग किया जाएगा जिससे मानव आश्चर्य से भर जाएगा। क्योंकि 5G के आने से लगभग सभी उपकरण Internet द्वारा इस्तेमाल किया जाएगा। 5G Technology से अनुमान लगाया जा रहा है कि सभी उपकरण Artificial Intelligence (AT)  Technology द्वारा बनाया जाएगा। जिससे सभी Device अपना-अपना काम खुद करने लगेगा। इसे कुछ उदाहरण से समझते है। जैसे-

·         घर में कपड़ा धोने वाली मशीन खुद कपड़ा धोने लगेगी।

·         Freeze खुद से यह निश्चित कर सकेगा कि Freeze में रखी कौन सी चीज खतम है और किस चीज की आवश्यकता है।

·         घर की साफ-सफाई Vacuum cleaner खुद करने लगेगा।

·         कार व अनय वाहन खुद काम करने लगेंगे, जिससे किसी भी स्थान से अपनी कार व वाहन को अपनी Location पर लगाया जा सकेगा। व दूर से ही Traffic Signals को अनुभव करके कार की गति को नियंत्रण कर पाएगा।

  • 5G Network how does it work   5G आने से IOT के उपकरणों विकास, कई Sense device को निमाण व प्रयोग में तेजी आएगी। हालाँकि IOT के device का प्रयोग 4G में भी हो रहा है लेकिन इसका ऊपयोग बहुत कम किया जाता है क्योंकि 4G में इन Device को उतनी Speed नहीं मिल पाती है। लेकिन 5G आने से IOT का विस्तार होगा।

IOT Internet of things द्वारा Smart चीजो निमाण हो सकता है जैसे Smart home जिससे घर में बोलने पर लाइट पंखा, Motor, heater आदि को नियंत्रण किया जा सकता है।

·         Smart Factory  IoT  से Smart Factory निमाण होगा, जिससे 5G की Speed एक महतवपुण भूमिका निभा सकती है। Factory के सभी मशीनों को Automatic कर दिया जाएगा। यहाँ तक labour का हिसाब-किताब भी मशीनें ही कर सकती है।

·         Smart Farming 5G के आने से हो सकता है IOT Smart farming निमाण करेगा जिससे प्रक्रिया सरल हो जाएगी।

·         Smart Parking अकसर भारत में शहरी क्षेत्र में parking समस्या देखी गई है 5G IOT Technology इस समस्या को भी सरल बना देंगे ताकि वाहन कही पारक करने पर वाहन खुद अपनी Parking Area में पारक हो सकता है यह Smart parking छोटे Area में भी कई वाहनों को Arrange करके पारक कर सकते है। जैसे वाहन के ऊपर दुसरा उसके इत्यादि जैसे और Smart parking वाहनों को System से Arrange करेगी।

इस प्रकार हम कह सकते है 5G के आने से हमारा काम बहुत ही आसान हो जाएगा।

6.       किस-किस देशों में 5G की शुरुआत हो चुकी है5G Technology का परीक्षण कई देशों में हो चुकी है जिसमें दक्षिण कोरिया, अमेरिका, चीन व जापान आदि शामिल थे। जिसमें दक्षिण कोरिया ने सबसे पहले 5G की शुरुआत कर ली थी। लेकिन सबसे पहले 5G सेवाएं प्रदान करने का खिताब दक्षिण कोरिया, के साथ-साथ अमेरिका चीन व जापान भी शामिल है

·         5G सेवाओं वाले देशों की list

1.        साऊदी अरब                 (saudi arabia)

2.       दक्षिण कोरिया                (South Korea)

3.       आसटरेलिया                                        (Australia)

4.       ताइवान                                                (Taiwan)

5.       सपेन                                                     (Spain)

6.       अमेरिका                                                (America)

7.       चीन                                                        (China)

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