camera & sensor information in hindi | Camera types |


 आप सब लोग camera के बारे में जानते ही होगे camera इस्तेमाल भी करते होगे। और यह भी जानते होगे कि यह किस-किस जगह इस्तेमाल होता है। और इसका क्या महत्व है। हम आपको बताएंगे कैमरे किस तरह काम करता है और इससे related बहुत महतवपुरण जानकारियाँ।

आजकल कैमरे का इस्तेमाल लगभग हर जगह होता है। Mobiles phones में यहाँ तक की कारों में भी backword देखने के लिए भी कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप को पता है कि कैमरे के भी कई प्रकार होते है। हर कैमरे का अपना अलग महत्व होता है। कैमरे में अच्छी photo सिर्फ कैमरे से ही नहीं आती बल्कि इसमें camera sensor का भी उतना ही importance होता है जितना की कैमरे का। कैमरे में अच्छी photo के लिए sensor भी कई प्रकार से इसकी मदद करता है। यह अच्छी quality के साथ- साथ अच्छा performance भी देता है, और best picture प्रदान करता है। smartphones में इस्तेमाल किये जा रहे कैमरे में भी कई तरह के प्रकार होते है। जिससे एक अच्छी picture आती है।

TYPES OF SMARTPHONES CAMERA→

Aperture→ You tube पर किसी भी smartphones की unboxing करते वक्त camera के Aperture की बात कि जाती है। जैसे की F-2.5 camera aperture, F-1.8 aperture.  Aperture कैमरे के shutter को कहा जाता है। यह कैमरे का दरवाजा होता है। अगर यह shutter 1.7 या 1.8 है, इसका मतलब है कि यह ज्यादा खुलता है, और अगर aperture F-2.3 या F-2.8 है तो कम खुलता है। इसका असर कैमरे की photo धुँधली और साफ होने पर होता है। अगर दरवाजा(shutter) कम खुलता है तो light कम आएगी जिससे photo dark निकलेगी। इसलिए aperture जितना कम हो उतना अच्छा होता है। जिससे low light में भी photo अच्छी आएगी।

Bokeh→ Bokeh कैमरे में focus का काम करता है। मतलब जिस चीज पर आज focus चाहते है उसे focus करके बाकी सब blur कर देता है। bokeh DSLR में hardware based होता है। मतलब DSLR में यह Normally आता है। लेकिन smartphones में यह 99% Software bokeh होता है इसलिए यह DSLR के तरह इतना अच्छा Performance नहीं देता।

Raw→  जब आप photo निकालते है, वह ज्यादातर raw  में निकलती है। और उस file को compress करके वह file किसी भी format में हो जाती है। उस format का size बहुत ज्यादा होता है। क्योंकि उसे Raw से convert करके format में डाला जाता है। उस Raw में colours, picxs बहुत ज्यादा होते है। इसलिए photo का size भी बहुत ज्यादा होता है। आपने यह जरूर देखा होगा कि अगर हम किसी professional कैमरे से photo खींचते है, तो उसका size कम से कम 500mb या 1GB तक चला जाता है। और वही दूसरी तरह smartphones में खींची गई photo का size 5,10,12, mb ही होता है यह इसके row से format में आने पर ही होता है। professional कैमरे में खींची गई photo की row बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इसका size भी ज्यादा होता है।

EIO AND OIS (Electronic image sevelaition→ OIS में camera के based पर आपका sensor move करता है। यह सब hardware based होता है। जब हम कैमरे को हिलाते है। तो sensor भी camera के हिसाब से हिलता है। जिससे photo नहीं हिलती। EIS यह भी Software based होता है। यह Algorithm द्वारा आपके photo को stable रखता है।

Optical Zoom→ DSLR में hardware zoom होता है, जिससे आप zoom करने पर भी clean photo आती है। blur नहीं होती। इसे optical zoom कहते है। जबकि smartphones में zoom करते वक्त photo blur हो जाती है।

Hybrid Zoom→ Smartphones में Zoom करते वक्त 2*, 3*, 4*, 5* Zoom दिखता है और वह photo blur भी होती है।

Digital Zoom→ यह पुरी तरह से software based होता है। इसको पहले ही zoom कर दिया जाता है।

Resolution→ आपको picture में pixels के बारे में तो पता ही होगा हजारों pixels मिलकर एक photo बनती है। अब कितने mega pixels होते है। अगर कोई आपसे 13 Mega pixels कहे इसका मतलब है कि उसमें 13 million mega pixels है। 16 MP मतलब 16 million mega pixels.

HDR (High dynamic range) → यह भी पुरी तरह software based ही होता है। जब आप धूप में photo खिचते है उस समय ज्यादा dark और white photo की problem होती है। अगर shadow पर focus करें तो बाकी की चीजे पुरी white हो जाती है और अगर धूप पर focus करें, तो shadow पुरी तरह से black दिखती है। HDR अलग-अलग photo निकलता है और उसको एक करके photo खींचता है।

AI- Mode→ AI Mode के द्वारा photo अपने आप ही हिसाब से Argust कर लेता है। मतलब अगर आप landscape photo निकाल रहे हो, या portrait निकाल रहे हो, यह अपने हिसाब से argust कर लेता है। यह पुरी तरह से artificial intelligence पर आधारित होता है। जिससे आप जिस भी position में photo खींच रहे हो यह अपने आप उसे समझ कर argust कर देता है।

Ultra-wide lens, TOF (Time of flight lens) → TOF lens द्वारा यह Depth का पता चलता है मतलब की object से background कितनी दूरी पर है। और किस object को focus करके बाकी blur करना है।

Ultrawide lens→ ultrawide lens काफी गोल lens होता है। जिससे आपको photo में Angle ज्यादा मिलता है।

Night mode→ यह सब software based होता है, इसके बारे में तो आपको पता ही होगा। जहाँ पर अँधेरा होता है। यह उस pixels को bright कर देता है। 

Comments